एसबीआई मतलब भरोसा, अपने 100 से भी अधिक म्यूचुअल फंड स्कीमों के साथ यह फंड हॉउस देश का सबसे बड़ा एसेट मैनेजमनेट कंपनी है, म्यूचुअल फंड में निवेश जोखिमभरा है परन्तु लम्बी अवधि के निवेश में SBI म्युचूअल फंड की स्कीम (SBI Contra Fund) ने 1 लाख रुपये के निवेश को 1 करोड़ रुपये में बदल दिया है. इसके अलावा SBI Contra Fund ने 3 साल और 5 साल की अवधि में निवेशकों के पैसे डबल व चार गुना कर दिया है. इस योजना की निवेश रणनीति थोड़ी अलग होती है, चलिए इसके बारे में जानते हैं.
कॉन्ट्रा फंड निवेश रणनीति
कॉन्ट्रा फंड, कॉन्ट्रैरियन इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजी का उपयोग करते हैं, मतलब उन शेयरों में निवेश किया जाता है जो बुनियादी तौर पर तो मजबूत हैं परन्तु अभी बाजार में कमजोर प्रदर्शन कर रहे हैं, इससे होता यह है की अच्छा स्टॉक कम दाम पर मिल जाता है,
कांट्रा फंड में पूंजी का कम से कम 65 फीसदी हिस्सा ऐसी ही कंपनियों में निवेश किया जाता है, बांकी बचे 35 फीसदी हिस्सा दूसरे शेयरों, डेट इंस्ट्रूमेंट्स या मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स आदि में निवेश किया जाता है. फंड का उद्देश्य इस तरह की रणनीतियों के साथ लम्बी अवधि में उच्च रिटर्न प्राप्त करना होता है.
SBI कॉन्ट्रा फंड रिटर्न
SBI कॉन्ट्रा फंड को 5 जुलाई संन 1999 में लांच किया गया था, इसके बाद से योजना ने अपने 25 साल पुरे कर लिए हैं, चलिए इसके रिटर्न पर एक नजर डालते हैं.
समय | फंड रिटर्न | बेंचमार्क रिटर्न |
---|---|---|
1 साल | 43.89% | 40.85% |
3 साल | 27.42% CAGR | 18.39% CAGR |
5 साल | 31.65% CAGR | 22.38% CAGR |
शुरुवात से अब तक | 20.1% CAGR | 16.28% CAGR |
SBI कॉन्ट्रा फंड 1 लाख को बनाया 1 करोड़
जैसा की ऊपर बताया गया है एसबीआई कॉन्ट्रा फंड ने 25 सालों के दौरान 20.1% CAGR का रिटर्न दिया है, अगर योजना के लांच के समय 1 लाख रुपये लगाए होते तो उस निवेश की वैल्यू वर्तमान में 1,02,03,280 रुपये हो गयी होती, इसके अलावा योजना में किये गए निवेश से 3 साल में पैसे 2 गुना और 5 साल में 4 गुना हो गया.
SBI कॉन्ट्रा फंड के बारे में
जैसा की हमने बताया इस योजना को साल 1999 में शुरु किया गया था, योजना का बेंचमार्क BSE 500 TRI है, इस फंड को दिनेश बालचंद्रन और प्रदीप केसवन संयुक्त रुप से मैनेज करते हैं.
एसबीआई कॉन्ट्रा फंड में कम से कम 500 रुपये से एसआईपी लगा सकते हैं, एकमुश्त निवेश की मिनिमम राशि 5,000 रुपये है, उसके बाद 1 रुपये के मल्टिपल में निवेश करना होगा. यह हाई रिस्क कैटेगरी का ओपन इंडेड म्यूचुअल फंड स्कीम है, जिसका कुल सम्पत्ति प्रबंधन साइज 41,416.6 करोड़ रुपया है.
यह योजना -फाइनेंशियल सर्विसेज, तेल, गैस और कंज्यूमर फ्यूल, इंफॉर्मेशन टेक्नॉलजी, हेल्थकेयर, सॉवरेन (सरकारी बॉन्ड), एफएमसीजी (फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स) जैसे सेकटर में निवेश करती है.
बात करें योजना के टॉप होल्डिंग्स की तो – HDFC BANK LTD. : 5.33 फीसदी, RELIANCE INDUSTRIES LTD. : 3.39 फीसदी, GAIL (INDIA) LTD. : 2.39 फीसदी, KOTAK MAHINDRA BANK LTD. : 2.3 फीसदी, WHIRLPOOL OF INDIA LTD. : 2.24 फीसदी, कैश, कैश इक्विवैलेंट्स और अन्य : 3.53 फीसदी है.
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SBI कॉन्ट्रा फंड में कीन्हे करना चाहिए निवेश
जिन निवेशकों के पास बाजार उथल-पुथल को सहने की क्षमता है जो निवेश पर जोखिम ले सकते हैं और जिनका निवेश लक्ष्य लम्बी अवधि का है ऐसे निवेशक एसबीआई कॉन्ट्रा फंड में निवेश कर सकते हैं.
SBI Contra Fund ने कॉन्ट्रैरियन इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजी का पालन करते हुए लम्बी अवधि में काफी बढ़िया रिटर्न दिया है, 1 लाख रुपये का निवेश 25 साल में 1 करोड़ बन जाना आसान नहीं है पर एसबीआई कॉन्ट्रा फंड ने ऐसा कर दिखाया, हालांकि यह हाई रिस्क कैटेगरी है इसलिए निवेश से पहले अपनी जोखिम क्षमता पहचानें.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य केवल जानाकारी मुहैया कराना है, यह कोई निवेश सलाह नहीं है, कृपया निवेश से पहले एक्सपर्ट की राय अवश्य लें)